देवस्थानम बोर्ड की जल्द हो सकती है घोषणा, तीन-चार दिन में हो सकता है फैसला
श्राइन बोर्ड की तर्ज पर चारो धामों के लिए देवस्थानम अधिनियम के तहत प्रदेश में जल्द ही गठित होने वाले बोर्ड की घोषणा हो सकती है। शासन ने बोर्ड गठन का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेज दिया है। चारधाम विकास परिषद और बद्री केदार मंदिर समिति का भविष्य इस बोर्ड के गठन पर निर्भर है। प्रदेश सरकार देवस्थानम अधिनियम दिसंबर माह में आयोजित सत्र में लेकर आई थी। अधिनियम की अधिसूचना जारी होने के बाद भी कई मामलों को लेकर संशय बना हुआ है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि अधिनियम के लागू होने के बाद बद्री केदार मंदिर समिति की स्थिति क्या होगी।

इसी तरह चारों धामों के मंदिरों की प्रबंधन व्यवस्था को लेकर भी स्थिति साफ नहीं है। चार धाम यात्रा अप्रैल माह से शुरू हो रही है। गंगोत्री के यमुनोत्री मंदिर माह के कपाट भी अप्रैल माह में ही खुल जाएंगे। इसके तुरंत बाद ही बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में चार धाम यात्रा की तैयारी के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। बुधवार को शासन ने स्पष्ट किया कि देवस्थानम बोर्ड का गठन जल्द हो जाएगा। बोर्ड का गठन होते ही सीईओ तैनात किया जाएगा और बोर्ड की बैठक होगी। इस बैठक में ही बद्री केदार मंदिर समिति सहित अन्य मामलों में बोर्ड को फैसला लेने का अधिकार भी मिल जाएगा। 




बोर्ड के गठन का विधिवत प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री को भेज दिया गया है। उम्मीद है के तीन चार दिन में ही बोर्ड गठन को स्वीकृति मिल जाएगी। जहां तक  अन्य मामलों का सवाल है, वह अधिनियम के लागू होते ही साफ हो गए हैं। देवस्थानम अधिनियम अब अन्य सभी कानूनों पर लागू है। लिहाजा बद्री केदार मंदिर समिति भी अपनी तरफ से कोई वित्तीय या प्रशासनिक फैसला नहीं कर सकती।